Gin Gin ke stuti karoon, गिन गिन के स्तुति करूँ, बेशुमार तेरे दानों के लिये,
गिन गिन के स्तुति करूँ, बेशुमार तेरे दानों के लिये, एक हिंदी भाषा में गीत है। इस गीत का मतलब है कि मैं गिन-गिन कर तेरी स्तुति करता हूँ, तेरे असीम वरदानों के लिए। इस गीत में यह व्यक्त किया जाता है कि येशु के द्वारा मिलने वाले अनगिनत वरदानों की प्रशंसा की जाती है। यह गीत येशु के कृपा-अनुग्रह, प्रेम और उदारता को गाता है। इसे एक भक्ति गीत के रूप में समझा जा सकता है, जो हमें येशु के प्रति आदर और आभार प्रकट करने के लिए प्रेरित करता है।
- गाया: मार्क त्रिभुवन ने
https://bit.ly/346i2c7 - संगीत व्यवस्था: बेनिन बेनेट
- बांसुरी: नवीन कुमार
- मिक्स एंड मास्टर: कॉर्नरस्टोन स्टूडियो मुंबई
- गीत वीडियो: बेंजी राजन https://linktr.ee/benjierajan
Lyrics: गिन गिन के स्तुति करूँ, बेशुमार तेरे दानों के लिये,
अब तक उसने संभाला मुझे, अपनी बाहों में लिये हुए -2
- आँधीयाँ बन के आयें, जिन्दगी के फ़िकर,
कौन है तेरा रचनेवाला, है भरोसा तेरा किधर
गिन गिन के स्तुति करूँ, बेशुमार तेरे दानों के लिये,
अब तक उसने संभाला मुझे, अपनी बाहों में लिये हुए -2
- तेरे शत्रु का निशाना, तुझ पर होगा ना सफल-2,
आँखों की पुतली जैसे, वो रखेगा, तुझे हर पल
गिन गिन के स्तुति करूँ…
- आये तुझे जो मिटाने, वे शस्त्र होंगे बेअसर,
तेरा रचनेवाला तुझपर, रखता है अपनी नज़र
गिन गिन के स्तुति करूँ…
Lyrichs: Gin Gin ke stuti karoon,
यीशु तेरे करीब आने से, जिंदगी मेरी बदल गई, Yeshu tere kareeb aane se, Zindagi meri badal gayi
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